आंवले के फायदे---- ख़राब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करना : अगर आप हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित हैं तो सिर्फ एक ग्लास आंवले का जूस आपके लिये बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। जर्नल मेनोपॉज में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, आंवले के नियमित सेवन से ख़राब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है और शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। इसके अलावा ये ट्राईग्लीसेराइड लेवल को कम करके इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी बढ़ा देते हैं।
बालों के लिये फायदेमंद : विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण आंवले के जूस का नियमित सेवन आपके बालों के लिये वरदान है। ये बालों को तेजी से बढ़ाने के अलावा उन्हें मजबूत और काला बनाये रखते हैं।
त्वचा के लिये फायदेमंद : आंवले में एंटी-आक्सीडेटिव क्षमताएं होने के कारण यह आपकी त्वचा को हमेशा यंग बनाये रखते हैं और बढती उम्र के प्रभावों को आपसे दूर रखते हैं।
सर्दी-जुकाम से राहत : आंवले में ऐसे कई औषधीय गुण होते हैं जिनसे यह आपको सर्दी जुकाम जैसी आम बीमारियों से लम्बे समय तक बचाये रखते हैं।
डायबिटीज को कंट्रोल करना : जर्नल फ़ूड एंड फंक्शन में 2004 में प्रकाशित एक शोध के अनुसार आंवले में गैलिक एसिड, गैलोटेनिन, एलैजिक एसिड और कोरिलैगिन पाये जाने और उनके एंटी-डायबिटिक क्षमताओं के कारण यह आपके ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करते हैं और आपके डायबिटीज को नियंत्रण में रखते हैं। इसलिए रोजाना जूस पीना न भूलें।
कैंसर से बचाव : आंवले में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी क्षमताएं होने के कारण इसके जूस का नियमित सेवन हमारे शरीर को कैंसर से बचाने में मदद करता है।
पौरुष लाइफ बेहतर बनाने में मददगार : आंवले में शक्तिवर्धक गुण पाये जाते हैं, साथ ही ये विटामिन सी के भी मुख्य स्रोत होते हैं जिस कारण ये पौरुष को बढ़ाने में मदद करता है। अंतरंग के दौरान आपकी क्षमता को भी बढ़ाने में मदद करते हैं जिससे आपकी लाइफ़ और बेहतर हो जाती है।
आप चाहे तो आवले का मुरब्बा भी ले सकते है आंवले का मुरब्बा शीतल और तर होता हैं, आंवला नेत्रों के लिए हितकारी, रक शोधक, दाहशामक तथा हृदय, मस्तिष्क, यकृत, आंते, आमाशय को शक्ति प्रदान करने वाला होता हैं। इसके सेवन से स्मरण शक्ति तेज़ होती हैं। मानसिक एकाग्रता बढ़ती हैं। मानसिक दुर्लब्ता के कारण चक्कर आने की शिकायत दूर हो जाती हैं। सवेरे उठते ही सर दर्द और चक्कर आते हो तो इस से लाभ मिलता हैं।
सेवन विधि – प्रतिदिन प्रात: खाली पेट ९० ग्राम ( दो चम्मच भर ) मुरब्बा लगातार तीन-चार सपताह तक नाश्ते के रूप में ले, विशेषकर गर्मियों में। चाहे तो इसके लेने के पंद्रह मिनट बाद गुनगुना दूध भी पिया जा सकता है। चेत्र या क्वार मांस में इसका सेवन करना विशेष लाभप्रद है। ऐसा मुरब्बा विधार्थियो और दिमागी काम करने वालो की मस्तिष्क की शक्ति और कार्यक्षमता बढ़ाने और चिड़चिड़ापन दूर करने के लिए अमृत है। इससे विटामिन सी, ए, कैलशियम, लोहा का अनूठा संगम है। 100 ग्राम आंवले के गूदे में 720 मिलीग्राम विटामिन सी, 15 आइ. यू. विटामिन ए, 50 ग्राम कैल्शियम, 1.2 ग्राम लोहा पाया जाता है। आंवला ही एक ऐसा फल है जिसे पकाने या सुखाने पर भी इसके विटामिन नष्ट नही होते।
विनय त्रिफला रस (एलोवेरा युक्त ) – त्रिफला रस आयुर्वेद का वरदान है त्रिफला रस का प्रयोग आयुर्वेदचार्य सेकड़ो वर्षो से सभी प्रकार की बीमारियों को ठीक करने में प्रयोग करते आ रहे है इसमें आयुर्वेद की मतानुसार वात ,पित और कफ तीन दोष माने गये है त्रिफला हरंड, बहेडा और आवला से मिलकर बनता है साथ मे एलोवेरा के संयोजन से ओर गुणकारी हो जाता है !और उक्त त्रिदोषो को दूर करता है इसके विस्तृत लाभ निम्न है :-• त्रिफला रस के सेवन से गैस,कब्ज ,एसिडिटी आदि की समस्या दूर होती है तथा पाचन तंत्र मजबूत होता है• यह लीवर की सभी समस्याओ को दूर कर लीवर को शक्ति प्रदान करता है• यह ब्लड प्रेसर को नियंत्रित करता है• यह केलोस्ट्रोल को संतुलित करता है• यह ह्रदय को शक्ति प्रदान कर ह्रदय गति को सामान्य करता है• त्रिफला रस का सेवन लाल रुधिर कणीकाओ के निर्माण को बढाता है• त्रिफला रस हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढाता है• यह शरीर में इन्फेक्शन को रोकता है तथा सर्दी ,खासी ,कफ तथा एलर्जी में अत्यंत लाभ करी है• यह सीने एवं फेफड़ो में जमे हुए कफ को पिघलाकर बाहर निकालने में सहायक है• यह मस्तिष्क को शक्ति प्रदान कर एकाग्रता को बढाता है तथा डिप्रेशन से बचाता है• यह नर्वर्स सिस्टम को शक्ति प्रदान कर उससे सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करता है• त्रिफला रस आँखों के लिए टॉनिक का कार्य करता है यह आँखों की रोशनी को बढाता है तथा आँखों पर पड़ने वाले मधुमेह के प्रभाव को भी दूर करता है• यह मानसिक तनाव व मानसिक थकान को भी कम करता है• त्रिफला रस गुर्दों को संक्रमण से बचाता है तथा पथरी बनने से रोकता है• यह पौरुष शक्ति को बढाता है• यह शुक्राणु की संख्या बढाता है तथा स्वाथ्य शुक्राणु के निर्माण में सहायक है• महिलाओ में अनियमित महावारी अति रक्त स्त्राव एवं ल्यूकोरिया आदि की समस्या में अत्यंत लाभकारी है• यह अग्नाशय की बीटा सेल्स को इन्सुलिन के निर्माण के लिए उत्तेजित करता है अत: मधुमेह में अत्यंत लाभकारी है• यह त्वचा के लिए भी एक टॉनिक का कार्य करता है यह त्वचा को कील ,मुहासे व झाइयो से बचाता है• यह शरीर में कोशिकाओं के अनियमित विभाजन को रोकता है अथार्त शरीर में कैंसर की सम्भावना को कम करता है• यह शरीर का डीटाकशिफ़िक्तिओन करता हैनोट :- गर्भवती महिलाये त्रिफला रस का सेवन न करेविनय आयुर्वेदा से त्रिफला रस बेहतरीन क्वालिटी व उचित दर मे प्राप्त करने के लिए इस लिंक को क्लिक करे https://goo.gl/t5NwQT