Showing posts with label आमला. Show all posts
Showing posts with label आमला. Show all posts

Friday 11 December 2020

इम्यूनिटी पर होता है असर -आमला खाये सर्दियों में


सर्दियों  में आंवले  का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) सही बनी रहती है जिससे सर्दी-खांसी से बचा जा सकता है.

आंवला (Amla) एक ऐसा सूपर फूड है, जो सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है. आंवले में भरपूर मात्रा में विटामिन-सी (Vitamin-C), आयरन (Iron) और कैल्शियम (Calcium) पाया जाता है. आंवले की खास बात ये है कि इसको कई तरह से खाया जा सकता है. कुछ लोग आंवले का मुरब्बा खाते हैं, तो वहीं कुछ लोग आंवले का जूस, चटनी या अचार बनाकर अपनी पंसद अनुसार सेवन करते हैं. सर्दियों में गुड़ के साथ आंवले का सेवन करने से शरीर में गर्माहट बनी रहती है और कई बीमारियों से बचाव भी होता है. सर्दियों में आंवले का सेवन करने से इम्यूनिटी (Immunity) सही बनी रहती है जिससे सर्दी-खांसी से बचा जा सकता है. आइए आपको बताते हैं कि क्यों आपको ठंड के मौसम में आंवला जरूर खाना चाहिए.


इम्यूनिटी मजबूत करता है

आंवले में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है. ये शरीर की इम्यूनिटी पावर मजबूत करने में मदद करता है जिससे शरीर बाहरी संक्रमण से बचा रहता है.

दिल के लिए फायदेमंद

आंवले में पाया जाने वाला विटामिन-सी दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है. जो लोग बैड कोलेस्ट्रोल की समस्या से जूझ रहे हैं, उनको आंवले का सेवन जरूर करना चाहिए.

स्किन को खूबसूरत बनाए

स्किन की खूबसूरती को बनाए रखने के लिए भी विटामिन सी जरूरी होता है. विटामिन सी के सेवन से स्किन टाइट रहती है. त्वचा पर जल्दी झुर्रियां नहीं पड़ती हैं. स्किन में ग्लो बना रहता है. इसके लिए आप चाहें तो दही में आंवले का पाउडर मिलाकर चेहरे पर लगा सकते हैं.

सूजन कम करता है

शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स हार्ट और स्किन के साथ शरीर की इम्यूनिटी पर भी बुरा असर डालते हैं. दरअसल, फ्री रेडिकल्स शरीर की सूजन के लिए भी जिम्मेदार होते हैं, जो कई सारी बीमारियों को जन्म देने का काम करते हैं. लेकिन आंवले में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, फ्री रेडिकल्स को न्यूट्रलाइज कर शरीर की सूजन को दूर करने में मदद करते है

Sunday 24 November 2019

आंवला के फायदे, उपयोग और नुकसान

                              आमला के फायदे - लेखक - उत्तम जैन 

आंवला  छोटा-सा फल है, लेकिन गुणों के मामले में इसकी कोई तुलना नहीं है। लगभग हर घर में प्रयोग होने वाला यह फल कई मामलों में गुणकारी है। फिर चाहे आप इसे अचार के तौर पर खाएं या इसका जूस पिएं या फिर औषधी के तौर पर प्रयोग करें, हर लिहाज से यह फायदेमंद है। हालांकि कुछ लोग आंवला खाने के फायदे नहीं जानते जो अमृततुल्य है  आज इस लेख में हम आंवला के फायदे तो आपको बता ही रहे हैं, साथ ही आंवला के नुकसान के बारे में भी बताएंगे।आंवले के कई अन्य नाम भी है, अंग्रेजी में आंवला को एम्ब्लिका मायरोबेलन या इंडियन गूजबेरी (Indian gooseberry) कहते हैं, वहीं संस्कृत में इसे अमृता, अमृतफल, आमलकी व पंचरसा कहते हैं। इस छोटे से फल के जितने नाम है, उतने ही इसके फायदे भी हैं   

                        
  1. वज़न घटाने में सहायक

  2. हड्डियों के लिए फायदेमंद

  3. दिल के लिए सुरक्षित

  4. पाचन शक्ति को बढ़ाता है

  5. लिवर के लिए फायदेमंद

  6. डायबिटीज में लाभकारी

  7. बालों के लिए फायदेमंद

  8. त्वचा के लिए लाभदायक

यहां हम आंवला के फायदों को विस्तार से वर्णित कर रहे हैं।

1. गले में खराश के लिए आंवला - बदलते मौसम के साथ बीमारियां लगी रहती है, कभी बुखार तो कभी सर्दी-खांसी और गले में खराश। अगर आप भी गले में खराश से परेशान हैं, तो आंवला एक कारगर घरेलू उपाय साबित हो सकता है। आप आंवले के रस का काढ़ा बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं। आंवले की तरह ही आंवला रस के फायदे भी होते हैं। आंवला में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं , जो बुखार या गले की खराश में मददगार साबित हो सकते हैं। बेशक, अभी तक इसका कोई खास प्रमाण सामने नहीं आया है, लेकिन कई लोग आंवले को गले में खराश के वक़्त उपयोग करते हैं।आंवले के जूस में बारीक़ कटा हुआ अदरक और एक चम्मच शहद मिला लें।फिर इसे सिरप की तरह पिएं।

2. दिल के लिए आंवला - आजकल की असंंतुलित जीवनशैली के कारण लोगोंं का वज़न बढ़ने लगा है, जिससे हाई कोलेस्ट्रॉल और दिल की बीमारियां हो रही हैं। ऐसे में अगर आंवला का सेवन करने से शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल और दिल की बीमारियां होने का खतरा कम होता है। वहीं, यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। इसके सेवन से एथेरोस्क्लेरोसिस और कोरोनरी आर्टरी बीमारी (atherosclerosis and coronary artery disease) जैसी दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है 

आयुर्वेद सुझाव के लिए संपर्क करे - 8460783401 

3. डायबिटीज में आंवले का सेवन- एक वक़्त था जब डायबिटीज एक उम्र के बाद होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। आजकल के असंतुलित जीवनशैली के कारण डायबिटीज किसी को भी हो सकती है। ऐसे में ज़रूरी है कि आप वक़्त रहते इस पर ध्यान दें। अगर किसी को डायबिटीज है, तो वो आंवला का सेवन कर सकते हैं। आंवले में एंटी-डायबिटिक गुण हैं , जो डायबिटीज के खतरे को कम करते हैं। इसके अलावा, डायबिटीज के मरीज़ आंवले का सेवन करते हैं, तो उनका ब्लड ग्लूकोज़ लेवल कम हो सकता है । यह डायबिटीज के मरीज़ों में कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कम कर सकता है  हालांकि, अभी तक इसका कोई ठोस प्रमाण सामने नहीं आया है, लेकिन इस विषय पर वैज्ञानिक शोध जारी है।आंवला और हल्दी को मिलाकर मिश्रण बना लेंफिर सुबह-सुबह इस मिश्रण का सेवन करें इससे आपका ब्लड शुगर लेवल संतुलित हो सकता है।

4. बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकता है- आंवले में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं] जो कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से कुछ हद तक रोक सकते हैं। यह मुक्त मूलकों के प्रभाव को नियंत्रित कर, बढ़ते उम्र के प्रभाव को कम कर सकता है। अगर आंवला और हल्दी का सेवन एकसाथ किया जाए, तो बढ़ती उम्र का प्रभाव कम होता है, क्योंकि इन दोनों में ही कई औषधीय गुण होते हैं ।

5. बार-बार पेशाब लगने की गतिविधि बढ़ जाती है- सही आहार न लेने से या सही जीवनशैली न होने के कारण शरीर में विषैले पदार्थ जमने लगते हैं, जिनका बाहर निकलना ज़रूरी होता है। इसके लिए आपके शरीर को डिटॉक्सीफाई करने की ज़रूरत होती है। आंवले में डायूरेटिक (diuretic) गुण होते हैं , इसलिए इसका सेवन करने से आपको बार-बार पेशाब जाने की ज़रूरत महसूस हो सकती है। इसके सेवन से आपका शरीर डिटॉक्सीफाई होता है और आपके शरीर के विषैले पदार्थ मूत्र के ज़रिए बाहर निकल जाते हैं। 

6 पाचन शक्ति के लिए आंवला-व्यस्तता भरी ज़िंदगी के कारण लोग अपने खाने-पीने पर ध्यान नहीं देते, जिस कारण पाचन तंंत्र खराब हो जाता है। कभी-कभी तो पेट से जुड़ी गंभीर बीमारियां भी होने लगती है। ऐसे में कुछ लोग दवाइयों के आदि हो जाते हैं, जिसके साइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं। इन सब समस्याओं का आंवला ही एकमात्र उपचार है। आंवले में फाइबर होता है  और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पाचन क्रिया के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं। आंवले से अल्सर, गैस्ट्रिक और पाचन क्रिया से संबंधित समस्याएं काफ़ी हद तक कम हो सकती हैं ।

7. आंवला रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाता है- कुछ लोगों की रोग प्रतिरोधक शक्ति कमज़ोर होती है, इसलिए बदलते मौसम के साथ ही उन्हें सर्दी-खांसी व बुखार हो जाता है। ऐसे में अगर आंवला का सेवन किया जाए, तो रोग प्रतिरोधक क्षमता में काफ़ी हद तक सुधार होता है । आंवला में मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और कई अन्य गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। इसमें मौजूद विटामिन-सी शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकता है।

8. हड्डियों को मज़बूत बनाता है आंवला- बढ़ती उम्र के साथ-साथ हमारी हड्डियां कमज़ोर होने लगती हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि वक़्त रहते इस पर ध्यान दिया जाए, नहीं तो आगे चलकर आर्थराइटिस जैसी गंभीर समस्या हो सकती है। कई बार ज़रूरी पोषक तत्वों की कमी से हड्डियों से जुड़ी परेशानियां होने लगती है। ऐसे में दवाइयों के आदि बनने से पहले घरेलू उपायों को आजमाया जाए और सबसे आसान घरेलू उपाय है आंवला। आंवले में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद हैं। इसके अलावा, इसमें विटामिन-सी भी होता है  जो आपकी हड्डियों की परेशानी को दूर कर सकता है। कोशिश करें कि हर रोज़ आंवले का रस या थोड़ा आंवला अपने आहार में शामिल करें। इससे हड्डियां मज़बूत होगी और हड्डियों की बीमारी का ख़तरा कम हो सकता है।

9. आंवले से बढ़ती है आंखों की रोशनी - हम ज्यादा वक्त कंप्यूटर, टीवी व मोबाइल के आगे बिताते हैं, नतीजन हमारी नजर कमजोर होने लगती है। इसके अलावा, कई बार धूल-मिट्टी और प्रदूषण के कारण आंखों में संक्रमण, पानी आने, जलन की समस्या और अन्य कई परेशानी होने लगती है, जिसका वक़्त रहते इलाज ज़रूरी होता है। ऐसे में अगर आंवले को हर रोज़ अपने आहार में शामिल किया जाए, तो न सिर्फ आंखों की रोशनी तेज़ होगी, बल्कि आंखों में संक्रमण होने का खतरा भी कम होगा। आप आंवले के रस को शहद के साथ पी सकते हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्व आपकी आंखों की रोशनी में सुधार कर सकते हैं ।

10. आंवले से पथरी की समस्या दूर होती है- गुर्दे में पथरी की परेशानी बहुत ही पीड़ादायक होती है और अगर वक़्त रहते इसका इलाज न किया जाए, तो इससे मरीज की जान को खतरा भी हो सकता है। पथरी की परेशानी के लिए दवाइयां तो ज़रूरी होती ही हैं, लेकिन इसी के साथ आंवले के रस का सेवन करने से भी आराम मिल सकताा है । कई बार डॉक्टर भी आंवले का जूस पीने की सलाह देते हैं।

11 आंवला मोटापे को कम करता है- जब मोटापा बढ़ता है, तो शरीर में बीमारियां भी बढ़ती है। ऐसे में ज़रूरी है कि वज़न संतुलित रहे। इसके लिए व्यायाम तो ज़रूरी है ही साथ ही सही खान-पान भी आवश्यक है। अगर आप हर रोज़ आंवला या आंवले के जूस का सेवन करेंगे, तो मोटापे की समस्या से काफ़ी हद तक छुटकारा मिल सकता है। आंवला पोषक तत्वों का भण्डार है और यह एंटी-ओबेसिटी भी है । इसके अलावा, यह मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाता है, जो वज़न कम करने में मददगार साबित हो सकता है। इसका सेवन करने से पेट काफ़ी देर तक भरा-भरा लगता है, जिस कारण ज़्यादा कुछ खाने की इच्छा नहीं होती और वज़न बढ़ने का खतरा भी कम रहता है।

12. आंवला एंटी-इंफ्लेमेटरी होता है- आंवले में कई पोषक तत्व और गुण होते हैं और उन्हीं गुणों में से एक है एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण । इसके कारण पेट में किसी भी प्रकार की समस्या, सूजन या अन्य तकलीफ से काफ़ी हद तक राहत मिल सकती है।

13. मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है - आंवले में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है, जो मेटाबॉलिज्म की गतिविधि को बढ़ाता है। यह मेटाबॉलिज्म ही होता है, जिसके धीमे पड़ जाने से वज़न बढ़ने लगता है। वहीं, आंवले के सेवन से मेटाबॉलिज्म की गतिविधि में बढ़ोतरी होती है और यह आपके वज़न को संतुलित रख सकता है । खासकर डायबिटीज में यह ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है और मेटाबॉलिज्म में सुधार लाता है ।

14. खून को साफ़ करता है आंवला - खून में अशुद्धियां होने के कारण कई बार इसका असर आपके शरीर और त्वचा पर दिखने लगता है जैसे – पिंपल निकलना, चेहरे पर दाग-धब्बे होना, थकान होना, कमज़ोरी होना व पेट की समस्या होना। ऐसे में ज़रूरी है कि आप सही खान-पान अपनाएं। आप खून की अशुद्धियां साफ करने के लिए रोज अपने आहार में आंवला या आंवले का रस शामिल कर सकते हैं। आंवले में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एन्टीइंफ्लेमेटरी गुणों के अलावा और कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं , जो आपके खून की अशुद्धियों को दूर करने में मददगार साबित हो सकते हैं

 15 लिवर के लिए आंवले का सेवन - गलत खान-पान के कारण लिवर से जुड़ी कई बीमारियां हो जाती हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि आप हर रोज़ कुछ स्वस्थ चीज़ अपने आहार में शामिल करें और इन स्वस्थ चीज़ों में से एक है आंवला। अगर आप आंवला या आंवले के जूस का सेवन करते हैं, तो आपकी पेट, पाचन शक्ति और लिवर संबंधी समस्याएं बहुत हद तक कम हो सकती है। आंवले के सेवन से गैस, पीलिया या दस्त जैसी समस्याओं को कम किया जा सकता है ।

16. कैंसर से बचाव करता है आंवला- कैंसर भी आजकल सामान्य बीमारी बनती जा रही है। किसे, कब कैंसर हो जाए, कह नहीं सकते। ऐसे में ज़रूरी है कि आप अपने खान-पान का खास ध्यान रखें। आप आंवले को अपने आहार में शामिल करें, इससे कैंसर का खतरा कुछ हद तक कम हो सकता है। आंवले में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-कैंसर गुण मौजूद होते हैं। आप रोज़ आंवले का अंचार या ऐसे ही आंवले का सेवन कर सकते हैं । आंवला जूस के फायदे भी हैं, इसलिए आप इसका सेवन भी एक सीमित मात्रा में कर सकते हैं।

17 त्वचा के लिए आंवले के फायदे –  ये तो थे आंवला के स्वास्थ्य संबंधी फायदे, लेकिन क्या आपको पता है कि आंवला आपकी त्वचा पर भी निखार ला सकता है। नीचे हम त्वचा के लिए आंवला के कुछ फायदे बता ही रहे हैं और साथ ही आंवले के कुछ फेस पैक बनाने की विधि भी बता रहे हैं। इन फेस पैक को आप आसानी से घर में ही बना सकते हैं।

चमकती त्वचा के लिए आंवला - चेहरे की चमक बरकरार रखने के लिए ज़रूरी नहीं कि हर बार आप क्रीम का इस्तेमाल करें, आप घरेलू उपाय भी आज़मा सकते हैं। आंवला उन्हीं घरेलू उपायों में से एक है। आप त्वचा में चमक लाने के लिए हर रोज़ आंवले के जूस का सेवन कर सकते हैं। अगर आंवले या आंवले के जूस का सेवन नहीं करना चाहते हैं, तो आप नीचे दिए हुए फेसपैक भी लगा सकते हैं।

चमकती त्वचा के लिए आंवले का फेसपैक -आंवला पाउडर और पपीते के कुछ डुकड़ों को मिलाकर एक फेसपैक तैयार कर लें।इस फेसपैक को लगाने से पहले अपने चेहरे को अच्छे से धो लें।फिर फेसपैक लगाकर सूखने दें।जब फेसपैक सूख जाए, तो चेहरे को अच्छे से धो लें।इस फेसपैक को आप हफ्ते में एक या दो बार लगा सकते हैं।

आंवले में प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी और अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इन पोषक तत्वों से आपकी त्वचा में चमक आ जाती है और चेहरा खिलखिलाने लगता है। इस फेसपैक के अलावा आप आंवला जूस का भी फेस पैक बना सकते थे। आपको बस आंवले के रस को थोड़ी देर लगाकर रखना है और फिर उसे पानी से धो लें। इससे आपके चेहरे पर धीरे-धीरे प्रकृतिक चमक आने लगेगी।

त्वचा की रंगत सुधारता है आंवला - गोरा रंग पाने की चाहत लगभग हर किसी को होती है। इसके लिए लोग तरह-तरह की क्रीम और ट्रीटमेंट करवाते हैं, जिसका कभी-कभी त्वचा पर बुरा असर भी पड़ता है। ऐसे में आंवले के इस्तेमाल से प्राकृतिक तौर पर आपकी त्वचा के रंग में परिवर्तन तो आएगा ही साथ ही साथ त्वचा में चमक आ जाएगी।पपीते के कुछ टुकड़ों को अच्छे से मसल लें। अब इसमें आधा या एक चम्मच आंवले का पेस्ट और आधा चम्मच शहद मिला लें।
 इसे अच्छे से मिलाकर पेस्ट बना लें। फिर इस फेस मास्क को अच्छे से अपने चेहरे पर लगा लें और थोड़ी देर सूखने दें। सूखने के बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें। आंवले में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन-सी त्वचा की रंगत को सुधारने में मदद कर सकता है । वहीं पपीता और शहद त्वचा को हाइड्रेट करते हैं व नमी बरक़रार रखते हैं। शहद आपकी त्वचा के लिए काफ़ी फायदेमंद होता है। इस फेस पैक से आपकी त्वचा की रंगत में काफी निखार आएगा । अगर आपको फेस पैक लगाना पसंद नहीं है या आपको फेस पैक लगाने का वक़्त नहीं मिल रहा है तो आप आंवला और शहद का जूस भी पी सकते हैं। 

Monday 12 March 2018

स्नायु संस्थान (मस्तिष्क) की कमज़ोरी में अमृत है -आंवला

आंवले के  फायदे----  ख़राब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करना : अगर आप हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित हैं तो सिर्फ एक ग्लास आंवले का जूस आपके लिये बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। जर्नल मेनोपॉज में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, आंवले के नियमित सेवन से ख़राब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है और शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। इसके अलावा ये ट्राईग्लीसेराइड लेवल को कम करके इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी बढ़ा देते हैं।

बालों के लिये फायदेमंद : विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण आंवले के जूस का नियमित सेवन आपके बालों के लिये वरदान है। ये बालों को तेजी से बढ़ाने के अलावा उन्हें मजबूत और काला बनाये रखते हैं।

त्वचा के लिये फायदेमंद : आंवले में एंटी-आक्सीडेटिव क्षमताएं होने के कारण यह आपकी त्वचा को हमेशा यंग बनाये रखते हैं और बढती उम्र के प्रभावों को आपसे दूर रखते हैं।

सर्दी-जुकाम से राहत : आंवले में ऐसे कई औषधीय गुण होते हैं जिनसे यह आपको सर्दी जुकाम जैसी आम बीमारियों से लम्बे समय तक बचाये रखते हैं।


(आमला जूस के जगह  विनय त्रिफला रस भी ले सकते है ऊपर के लिंक पर क्लिक करे  )

डायबिटीज को कंट्रोल करना : जर्नल फ़ूड एंड फंक्शन में 2004 में प्रकाशित एक शोध के अनुसार आंवले में गैलिक एसिड, गैलोटेनिन, एलैजिक एसिड और कोरिलैगिन पाये जाने और उनके एंटी-डायबिटिक क्षमताओं के कारण यह आपके ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करते हैं और आपके डायबिटीज को नियंत्रण में रखते हैं। इसलिए रोजाना जूस पीना न भूलें।

कैंसर से बचाव : आंवले में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी क्षमताएं होने के कारण इसके जूस का नियमित सेवन हमारे शरीर को कैंसर से बचाने में मदद करता है।

पौरुष लाइफ बेहतर बनाने में मददगार : आंवले में शक्तिवर्धक गुण पाये जाते हैं, साथ ही ये विटामिन सी के भी मुख्य स्रोत होते हैं जिस कारण ये पौरुष को बढ़ाने में मदद करता है। अंतरंग के दौरान आपकी क्षमता को भी बढ़ाने में मदद करते हैं जिससे आपकी लाइफ़ और बेहतर हो जाती है।

आप चाहे तो आवले का मुरब्बा भी ले सकते है आंवले का मुरब्बा शीतल और तर होता हैं, आंवला नेत्रों के लिए हितकारी, रक शोधक, दाहशामक तथा हृदय, मस्तिष्क, यकृत, आंते, आमाशय को शक्ति प्रदान करने वाला होता हैं। इसके सेवन से स्मरण शक्ति तेज़ होती हैं। मानसिक एकाग्रता बढ़ती हैं। मानसिक दुर्लब्ता के कारण चक्कर आने की शिकायत दूर हो जाती हैं। सवेरे उठते ही सर दर्द और चक्कर आते हो तो इस से लाभ मिलता हैं।

सेवन विधि – प्रतिदिन प्रात: खाली पेट ९० ग्राम ( दो चम्मच भर ) मुरब्बा लगातार तीन-चार सपताह तक नाश्ते के रूप में ले, विशेषकर गर्मियों में। चाहे तो इसके लेने के पंद्रह मिनट बाद गुनगुना दूध भी पिया जा सकता है। चेत्र या क्वार मांस में इसका सेवन करना विशेष लाभप्रद है।  ऐसा मुरब्बा विधार्थियो और दिमागी काम करने वालो की मस्तिष्क की शक्ति और कार्यक्षमता बढ़ाने और चिड़चिड़ापन दूर करने के लिए अमृत है। इससे विटामिन सी, ए, कैलशियम, लोहा का अनूठा संगम है। 100 ग्राम आंवले के गूदे में 720 मिलीग्राम विटामिन सी, 15 आइ. यू. विटामिन ए, 50 ग्राम कैल्शियम, 1.2 ग्राम लोहा पाया जाता है। आंवला ही एक ऐसा फल है जिसे पकाने या सुखाने पर भी इसके विटामिन नष्ट नही होते।