Wednesday 18 April 2018

डायबिटिज (मधुमेह Diabetes) - इससे आप परेशान न हो बस इन बातों का ध्यान रखे

डायबिटिज मधुमेह Diabetes - देश में जिन बिमारी ने ज्यादा लोगों को घेर रखा है, उसमें से एक मधुमेह है ।रक्त शर्करा (शुगर) का स्तर सामान्य से अधिक वृद्धि करने के कारण होने वाले बीमारी रोग है जिसे डॉक्टरी भाषा में hyperglycemia कहा जाता है। मधुमेह के लक्षण इतने धीरे धीरे प्रकट होते हैं कि साधारणत: रोगी का ध्यान उनकी तरफ नहीं जाता Normal Blood Glucose Level सामान्य रक्त शर्करा स्तर, 3.9 - 5.5 mmol/L(70 से 100 मिलीग्राम / डीएल) होना चाहिए। हालांकि, ब्लड शुगर लेवल दिन भर उतार चढ़ाव होता रहता। डायबिटिज के सबसे आम रूप - टाइप 2 मधुमेह,डायबिटिज है। टाइप 2 मधुमेह है, शरीर ठीक से इंसुलिन का उपयोग नहीं कर पाता। अदरक एक ऐसा कंद है,जिसमें डायबिटिज को काबू में रखने के अनेक गुण पाये जाते है । डायबिटिज में सबसे बडी परेशानी ये होती है कि कोशिकाएँ खाना पचने के बाद शरीर में बनने वाले शुगर को अवशोषित नहीं कर पाती । इसकी वजह से शरीर में इन्सुलिन की कमी हो जाती है । अदरक शरीर की कोशिकाओं को शुगर अवशोषित करने में मदद करता है । डायबिटीज के रोगियों को बडा खतरा आखों की रोशनी खोने का होता है । अदरक का अर्क न केवल मोतियाबिन्द रोकता है बल्कि इससे पीड़ित रोगी में ये रोग बढ़ने की गति को भी कम कर देता है । अदरक सेवन से आँखों की रोशनी भी बढ़ती है ।साथ मे विनय त्रिफला रस एलोवेरा युक्त सेवन करने मधुमेह मे फायदा के साथ आंखो की रोशनी भी तेज होती है ! मधुमेह के लिए विनय डाइबो रस का सेवन मधुमेह को नियंत्रित करता है ! 
मधुमेह रोगियो के मधुमेह आहार योजना---- 
मधुमेह को रोकने और नियंत्रित करने के लिए कदम उठाते हुए अभाव का कष्‍ट सहने की जरूरत नहीं है। न ही आपको मिठाई को पूरी तरह छोड़ने की जरूरत है। बल्कि जीवन भर हेल्‍दी डाइट लेना महत्‍वपूर्ण है। फाइबर से उच्‍च और शुगर और फैट में कम और दिल के लिए स्‍वस्थ आहार मधुमेह प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण होता है। मधुमेह से पी‍ड़‍ित लोग स्‍वस्‍थ खान-पान और दैनिक आहार योजना बनाकर ब्‍लड शुगर के स्‍तर को नियंत्रित कर सकते हैं।
मधुमेह को नियंत्रण करने के लिए आपको कुछ उपायों पर अमल करना होगा। इसके लिए आपको अपने आहार को छोटे भागों में विभाजित करना होगा। नियमित रूप से अपने सभी आहार को लेने कोशिश करें। इसके अलावा अपने आहार में कार्बोहाइड्रेट, मिनरल और फाइबर से परिपूर्ण खाने की कई आइटम को जोड़ने का प्रयास करें।
सुबह जल्दी : 6-7 बादाम / 1-2 अखरोट।
नाश्ते में आइटम : 1 कटोरी ओट्स/ दूध/ /मल्‍टीग्रेन ब्रेड/सब्जियां/दही/टोस्ट।
सुबह का नाश्ता : आप पपीता, नारियल और छाछ आदि सहित मौसमी फल जोड़ सकते हैं।
दोपहर के भोजन के मेनू: सलाद, सब्जियां, दाल, चपाती, दही, चावल, पनीर  आदि।
शाम का नाश्ता : फल और स्‍नैक्‍स जैसे ढोकला, इडली, भुना हुआ नमकीन और मुरमुरा आदि।
रात के खाने से पहले : मिक्स्ट सब्जियों का सूप।
रात का भोजन: चपाती, सब्जी, दाल, हरा सलाद।
मधुमेह होने पर चीनी को बिल्‍कुल नहीं लेना यह हम सभी के दिमाग में बैठा हुआ है। लेकिन अच्‍छी खबर यह है कि स्‍वस्‍थ आहार योजना को ठीक से लागू करने पर आप अपने पसंदीदा खाद्य पदार्थों का आनंद ले सकते हैं। मिठाई को सीमा से दूर रखने की जरूरत नहीं है जब तक यह एक स्वस्थ भोजन योजना का हिस्सा है या व्‍यायाम के साथ जुड़ा हुआ है। बहुत ज्यादा प्रोटीन, विशेष रूप से पशु प्रोटीन, खाना इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बन सकता है। जो वास्‍तव में मधुमेह का एक महत्वपूर्ण कारक है। संतुलित आहार एक कुंजी है। एक स्‍वस्‍थ आहार में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा शामिल होता है। हमारे शरीर को ठीक ढ़ंग से काम करने के लिए तीनों की जरूरत होती है। संतुलित आहार खाना सेहत की कुंजी होती है। सर्विंग का साइज और कार्बोहाइड्रेट का प्रकार विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता हैं। इसलिए होलग्रेन कार्बोहाइड्रेट पर ध्‍यान दें क्‍योंकि यह फाइबर का अच्छा स्रोत होता हैं। आसानी से पच जाता है और रक्त में शुगर के स्तर को सही रखता है। दूध कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का सही संयोजन होता है और यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।  दैनिक आहार में दूध के दो गिलास पीना एक अच्‍छा विकल्‍प है !अपने आहार में उच्‍च फाइबर सब्जियां जैसे मटर, सेम, ब्रोकोली, पालक और हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें। इसके अलावा दालें भी एक स्वस्थ विकल्प हैं और इसे आपके आहार का हिस्सा होना चाहिए।फाइबर से भरपूर फल जैसे पपीता, सेब, संतरा, नाशपाती और अमरूद का सेवन भी करना चाहिए। आम, केले और अंगूर में शुगर की उच्‍च मात्रा होने के कारण इन फलों को सेवन कम करना चाहिए।कृत्रिम स्‍वीटनर मूल रूप से शुगर से मिलने वाली कैलोरी को कम करता है। इन गोलियों का सेवन एक दिन में 6 गोलियों से कम होना चाहिए क्‍योंकि ज्‍यादा लेने से इसके साइड इफेक्‍ट होने लगते है। हालांकि, संयम एक बेहतर तरीका से जीवित रहने के लिए महत्वपूर्ण होता है। मधुमेह नियंत्रित किया जा सकता है अगर डॉक्टर और रोगी संयोजन के साथ काम करें।यदि आप मोटे हैं, तो मधुमेह की रोकथाम वजन घटाने पर निर्भर हो सकती है। वजन का हर एक किलो कम करना आपके स्वास्थ्य में सुधार कर सकता हैं और आपके लिए आश्चर्यजनक हो सकता है। कम कार्बोहाइड्रेंट आहार और आहार योजना आपको वजन कम करने में मदद कर सकती हैं।हम में से ज्‍यादातर लोग विटामिन डी को महत्‍वपूर्ण नहीं समझते हैं। लेकिन यह मधुमेह से लड़ने के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसलिए विटामिन डी के स्तर की जांच की जानी चाहिए। कम विटामिन डी मधुमेह का कारण भी हो सकता है। विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत धूप पड़ना है।मधुमेह रोगियों के लिए बिना तेल के खाना बनाना सीखना होगा। परिष्कृत उत्पाद ( चीनी, सफेद आटा, सफेद चावल, फलों का रस आदि) खाना बंद करना होगा। साथ ही प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ खाने बंद करने होगें। इसके अलावा डेयरी उत्पाद खाने और पीने बंद करने होगें।
नोट - मधुमेह रोगी विनय त्रिफला रस व  विनय डाइबो रस  का सेवन कर 2 माह मे बेहतरीन रिजल्ट प्राप्त कर सकते है  !
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