Sunday 17 September 2017

त्वचा पर चर्बी की गांठ या लाइपोमा

अक्सर हमारे शरीर के किसी भी भाग में गांठे बन जाती हैं. जिन्हें सामान्य भाषा में गठान या रसौली कहा जाता हैं. किसी भी गांठ की शुरुआत एक बेहद ही छोटे से दाने से होती हैं. लेकिन जैसे ही ये बड़ी होती जाती हैं. इन गाठों की वजह से ही गंभीर बीमारियां भी हो जाती हैं. ये गांठे टी.बी से लेकर कैंसर की बीमारी की शुरुआत के चिन्ह होती हैं. अगर किसी व्यक्ति के शरीर के किसी भाग में कोई गाँठ हो गई हैं. जिसक कारण उस गाँठ से आंतरिक या बाह्य रक्तस्राव हो रहा हो. तो हो सकता हैं कि यह कैंसर की बीमारी के शुरुआती लक्षण हो. लेकिन इससे यह भी सुनिश्चित नहीं हो जाता कि ये कैंसर के रोग को उत्पन्न करने वाली गांठ हैं. कुछ गाँठ साधारण बिमारी उत्पन्न होने के कारण भी हो जाती हैं. किन्तु हमें किसी भी प्रकार की गांठों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए तथा उसका तुरंत ही उपचार करवाना चाहिए.

लाइपोमा क्या होता है?

लाइपोमा चर्बी की मुलायम गांठ होती है जो त्वचा के नीचे पायी जाती है। ये ज़्यादातर छोटी और पीड़ाहीन होती है और इससे स्वास्थ को कोई हानी नहीं पहुचती है। ये काफी आम परेशानी है और 100 में से 1 इंसान में पायी जाती है।

कारण:

इसका कोई निश्चित कारण नहीं होता है।
अगर परिवार में किसी को यह समस्या है तो और लोगों को भी हो सकती है।
कभी कभी चोट लगने के बाद भी लाइपोमा बन जाता है।

लक्षण:

गांठ इस प्रकार की हो सकती है:
  • त्वचा पर उठी हुई गांठ
  • ये एक या उससे ज़्यादा भी हो सकती है
  • छूने में मुलायम होती है और त्वचा के अंदर इधर उधर घूमती है
  • ये ज़्यादातर गर्दन, कंधों, हाथों और कमर पर होती है लेकिन ये शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकती है
  • गांठ के इलावा और कोई लक्षण नहीं होता। लेकिन कभी कभी दबाव डालने पर दर्द हो सकता है।
  • निदान:------
  • डॉक्टर गांठ की जांच करके बता देते हैं की यह लाइपोमा है।
    कभी कभी कैंसर की शंका दूर करने के लिए बायोप्सी कराई जाती है।

    उपचार:

    वैसे तो लाइपोमा को किसी उपचार की ज़रूरत नहीं होती है। लेकिन कभी कभी गांठ ऐसे हिस्से में हो जाती है की उसका इलाज करना पड़ता है जैसे:
    • सर्जरी: ऑपरेशन द्वारा गांठ को निकाला जाता है। ये सबसे आम उपचार है।
    • लिपोसक्षण: इसमें सुई के जरिये गांठ में से चर्बी निकाल दी जाती है।
    • स्कूइज़ टेक्निक: गांठ पर छोटा सा चीरा लगाके, गांठ को दबाया जाता है।

    रोकथाम:

    क्योंकि लाइपोमा का कोई स्पष्ट कारण पता नहीं है इसलिए इससे बचने का कोई तरीका नहीं है।

    जटिलताएँ:

    कभी कभी ये कैंसर में बदल सकता है। अगर गांठ किसी तंत्रिका के पास हो जाये तो दर्द हो सकता है।

    निष्कर्ष:

    अगर आपको लाइपोमा है और उसमें दर्द भी होता है तो डॉक्टर को अवश्य दिखाएँ

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