Friday 15 September 2017

अंकुरित मूंग रहना है फिट तो जरुर खाएं

मूंग को रात को भिगो कर सुबह उबाल कर उसे मसाले का छोंक लगा कर या अंकुरित मूंग खाये स्वाद मे तो अच्छे लगेगे ही मगर शरीर मे बहुत फायदा करेगा मे इस पोस्ट मे आपको इसके फायदे की जानकारी प्रदान कर रहा हु ! जैन धर्म मे उपवास के बाद पारने मे मूंग खाते है इसका मुख्य कारण क्या है अगर आप पूरे मेरे विचार आप पढ़ोगे त समझ जाओगे !    जरूरी नहीं कि स्‍वाद में जो अच्‍छा हो, वो स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक भी हो। अक्‍सर ऐसा ही होता है, जो चीज खाने में बिल्‍कुल अच्‍छी नहीं लगती है वो गुणों से भरपूर ही होती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण करेला है, स्‍वाद में कितना कड़वा और बेकार लगता है लेकिन सारी सब्जियों में सबसे ज्‍यादा गुण करेले में ही होते हैं। स्‍वादिष्‍ट भोजन करने से पहले आपको इस बात को हमेशा ध्‍यान में रखना चाहिए कि शरीर के विकास के लिए विटामिन और खनिज की जरूरत होती है दालों में सबसे पौष्टिक दाल, मूंग की होती है, इसमें विटामिन ए, बी, सी और ई की भरपूर मात्रा होती है। साथ ही पौटेशियम, आयरन, कैल्शियम की मात्रा भी मूंग में बहुत होती है। इसके सेवन से शरीर में कैलोरी भी बहुत नहीं बढ़ती है। अगर अंकुरित मूंग दाल खाएं तो शरीर में कुल 30 कैलोरी और 1 ग्राम फैट ही पहुंचता है।अंकुरित मूंग दाल में मैग्‍नीशियम, कॉपर, फोलेट, राइबोफ्लेविन, विटामिन, विटामिन सी, फाइबर, पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन बी -6, नियासिन, थायमिन और प्रोटीन होता है। मूंग की दाल के स्‍प्राउट ऐसे ही कुछ लाभकारी गुण निम्‍न प्रकार हैं
मूंग की दाल के स्‍प्राउट में ग्‍लूकोज लेवल बहुत कम होता है इस वजह से मधुमेह रोगी इसे खा सकते हैं।
मूंग की दाल के स्‍प्राउट में ओलियोसाच्‍चाराइडस होता है जो पॉलीफिनॉल्‍स से आता है। ये दोनों की घटक, गंभीर रोगों से लड़ने की क्षमता को प्रबल करते हैं। कैंसर के रोगी भी इसका सेवन आराम से कर सकते हैं
मूंग की दाल में ऐसे गुण होते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देते हैं और उसे बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं। इसमें एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफलामेट्री गुण होते हैं जो शरीर की इम्‍यूनिटी बढ़ाते हैं
मूंग की दाल के स्‍प्राउट में शरीर के टॉक्सिक को निकालने के गुण होते हैं। इसके सेवन से शरीर में विषाक्‍त तत्‍वों में कमी आती है ! इस बात को मजाक में न लें, मूंग की दाल के स्‍प्राउट के सेवन से पाचन क्रिया हमेशा सही बनी रहती है जिसके कारण, आपको पेट सम्‍बंधी समस्‍या नहीं होती है और जीवन खुशहाल रहता है। मूंग की दाल के स्‍प्राउट में साइट्रोजेन होता है जो शरीर में कोलेजन और एलास्टिन बनाएं रखता है जिससे उम्र का असर, जल्‍दी ही चेहरे पर दिखाई नहीं देता है। मूंग की दाल के स्‍प्राउट में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। जिससे फ्रेश होने में कोई समस्‍या नहीं होती है व पाचन क्रिया दुरूस्‍त बनी रहती है।मूंग की दाल के स्‍प्राउट में पेप्टिसाइड होता है जो बीपी को संतुलित रखता है और शरीर को फिट बनाएं रखने में कारगर होता है।अगर आप शाकाहारी हैं तो मूंग की दाल के स्‍प्राउट का सेवन अवश्‍य करें। यह शरीर में आवश्‍यक तत्‍वों की कमी हो पूरी करता है और शरीर को मजबूत बनाती है। इससे बेहतर शाकाहारी खाद्य सामग्री कोई नहीं होती है। यह सुपाच्‍य भी होता है।




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