Monday 25 November 2019

मूली - पेट के लिए किसी अमृत से कम नहीं है

अगर आप मूली को अपनी डाइट में शामिल करेंगे  तो आप डायबिटीज, पेट की प्रॉब्‍लम्‍स, ब्‍लड प्रेशर, कैंसर आदि कई बीमारियों से कोसों दूर रहेंगे

सर्दियों में सलाद, पराठे और सब्‍जी के रूप में लगभग हर घर में मूली खाई जाती है। क्‍या आप जानते हैं कि मूली सिर्फ खाने में ही स्‍वादिष्‍ट नहीं होती बल्कि आपकी हेल्‍थ के लिए भी बहुत फायदेमंद है। मूली में क्लोरीन, फास्फोरस, सोडियम और मैग्नीशियम पाया जाता है। इसके अलावा इसमें विटामिन ए, बी और सी भी होता है।  दिखने में मामूली लगने वाली मूली औषधीय गुणों से भरपूर होती है। अगर आप रोजाना इसे अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो आप डायबिटीज, पेट की प्रॉब्‍लम्‍स, ब्‍लड प्रेशर, कैंसर आदि कई बीमारियों से कोसों दूर रहेंगी। आइए जानें मूली हमारी हेल्‍थ के लिए कितनी फायदेमंद होती है।

पौष्टिक तत्वों से भरपूर- 10 ग्राम मूली में 0.1 ग्राम फैट, 4.1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 1.6 ग्राम डाइट्री फाइबर, 2.5 ग्राम शुगर, 0.6 ग्राम प्रोटीन, 36 प्रतिशत विटमिन सी, 2 प्रतिशत कैल्शियम, 2 प्रतिशत आयरन, 4 प्रतिशत मैग्नीशियम होता है। जी हां मूली में बहुत सारे पौष्टिक तत्‍व होते हैं जो आपकी पूरी बॉडी के लिए बेहद ही फायदेमंद होते है।

पाचक का काम करती है मूली - पेट के लिए मूली बहुत फायदेमंद होती है। मूली एक पाचक की तरह काम करती है। पेट की कई बीमारियों में मूली का रस बहुत फायदेमंद होता है। अगर पेट में भारीपन महसूस हो रहा हो तो मूली के रस को नमक में मिलाकर पीने से आराम मिलता है। ताजी मूली खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है। इसके अलावा, मूली पित्त उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है। पित्त पाचन के सबसे महत्वपूर्ण भागों में से एक है। इससे आपकी पाचन क्रिया सही रहती है। पेट संबंधी रोगों में अगर मूली के रस में अदरक का रस और नींबू मिलाकर पिएं तो भूख बढ़ती है।

बॉडी डिटॉक्‍स करें- मूली किडनी हेल्‍थ के लिए बहुत अच्छी होती है क्‍योंकि इसे खाने से बॉडी आसानी से डिटॉक्‍स हो जाती है। इसमें डाइयूरेटिक गुण होने के कारण इसे नेचुरल क्लिंजर कहा जाता है। इसके अलावा मूली में फाइबर ज्यादा होता है, जो कब्ज के लिए रामबाण है। यह आंतों को हेल्‍दी रखता है।

बीपी में फायदेमंद है
मूली- मूली में एंटी हाइपरटेंसिव गुण पाया जाता है, जो ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल करने में हेल्‍प करती है। इसके अलावा मूली में पर्याप्त मात्रा में पोटैशियम भी होता है, जो बॉडी में सोडियम और पोटैशियम के अनुपात को बैलेंस करते हुए ब्लड प्रेशर बिगड़ने नहीं देता। अगर आप भी बीपी से परेशान हैं तो अपनी डाइट में मूली को शामिल करें।

लिवर के लिए फायदेमंद- मूली खाने से लिवर की क्रिया बेहतर होती है। लिवर की परेशानी होने पर रेगुलर अपने भोजन में मूली का सेवन करना चाहिए। साथ ही पीलिया रोग में भी ताजी मूली का प्रयोग बहुत ही उपयोगी होता है। रेगुलर रूप से 1 कच्ची मूली सुबह खाने से कुछ ही दिनों में पीलिया रोग ठीक हो जाता है

पाइल्स में फायदेमंद- पाइल्स के मरीजों को कच्ची मूली का ही सेवन करना चाहिए। आप चाहें तो इसे घिसकर खा सकते हैं। या फिर इसका रस निकालकर भी पी सकती हैं। लेकिन मूली के रस का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें। पाइल्‍स के रोगियों को अक्‍सर मूली खाने की सलाह दी जाती है क्‍योंकि इसमें बहुत अधिक मात्रा में घुलनशील फाइबर पाए जाते हैं जो मल को मुलायम करने और डाइजेशन को सही रखने में हेल्‍प करती है। यह पाइल्‍स के दौरान पैदा होने वाले दर्द और सूजन को कम करती है। इसके अलावा मूली ठंडक देने का काम करती है, जिससे जलन में भी राहत मिलती है। पाइल्स के मरीजों को कच्ची मूली का सेवन ही करना चाहिए। तो देर किस बात की इन सर्दियों आप भी अपनी डाइट में इसे शामिल करें और हेल्‍दी रहें।

पौष्टिक तत्वों से भरपूर - 10 ग्राम मूली में 0.1 ग्राम फैट, 4.1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 1.6 ग्राम डाइट्री फाइबर, 2.5 ग्राम शुगर, 0.6 ग्राम प्रोटीन, 36 प्रतिशत विटमिन सी, 2 प्रतिशत कैल्शियम, 2 प्रतिशत आयरन, 4 प्रतिशत मैग्नीशियम होता है। जी हां मूली में बहुत सारे पौष्टिक तत्‍व होते हैं जो आपकी पूरी बॉडी के लिए बेहद ही फायदेमंद होते है।

मूली के पत्तों का रस 3 दिन में दूर करता है पीलिया रोग - पीलिया होने पर भूख लगना बंद हो जाती है। गर्मी तथा बरसात के दिनो में जो रोग सबसे अधिक होते है। उनमें से एक है पीलिया। पीलिया होने पर भूख लगना बंद हो जाती है। इसमें आंख नाखून और शरीर पीला नजर आने लगता है। इस रोग को घरेलू उपचार से ठीक किया जा सकता है। पीलिया में फिटकरी और मूली के पत्तों का बहुत उपयोगी है। पीलिया में रोगी को निम्न चीजों का सेवन करना चाहिए.. दही में फिटकरी को पीसकर दही में मिलाकर खाने से पीलिया 3 से 8 दिन में ठीक हो जाता है।  मूली के पत्तों का रस निकालकर उसमें 10 ग्राम मिश्री मिलाकर रोगी को पिलाएं। एक हफ्ते में पीलिया ठीक हो जाता है।

  • गुर्दे संबंधी परेशानियों के लिए मूली का रस और मूली दोनों ही रामबाण उपाय है। इसके रस में सेंधा नमक मिलाकर नियमित रूप से पीने पर गुर्दे साफ होते हैं और गुर्दे की पथरी भी समाप्त हो जाती है।

    • मूली के पत्ते- लगातार हिचकी आने से परेशान हैं तो मूली के पत्ते आपकी मदद कर सकते हैं। मूली के मुलायम पत्तों का चबाकर चूसने से हिचकी आना तुरंत बंद हो जाएगा। इतना ही नहीं मुं‍ह की दुर्गंध से भी छुटकारा मिलेगा।
    • दातों की समस्या या पीलापन खत्म करना हो तो इसके छोटे-छोटे टुकड़ों में नींबू का रस डालकर दांतों पर रगड़ें या कुछ देर तक चबाते रहें और थूक दें। इस तरह से दांतों का पीलापन कम होगा। मूली के रस का कुल्ला करने पर भी दांत मजबूत होंगे।
    • नींद न आने की समस्या – अगर आपको नींद नहीं आती, तो मूली खाना आपके लिए बेहद जरूरी है। यह न केवल नींद न आने की समस्या से छुटकारा दिलाएगी बल्कि नींद लेने के लिए प्रेरित करेगी।

  • मोटापा – मूली मोटापा घटाने में सहायक होता है। जो लोग मोटापे से परेशान है और मोटापा कम करना चाहते है। वो इसके रस में निम्बू और सेंधा नमक मिलाकर दिन में सेवन करे। इस घरेलु नुस्खे से मोटापा धीरे धीरे घटने लगता है।
    दमा – जिन्हे साँस यानी दमा की बीमारी है वो मूली के जूस का काढ़ा पिए यह दमे के लिए बेहतरीन दवा है।
    पेट में गैस – इसे खाने से पाचन क्रिया में सुधर होता है। भोजन जल्दी और आसानी से पांच जाता है। जिनके पेट में गैस बनती है। उन्हें जरूर इसको अपने भोजन में शामिल करना चाइये। मूली गैस के लिए रामबाण दवा का काम करती है। पेट में गैस होने पर खाली पेट इसके दुकड़ो को नमक के साथ खाये

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