Tuesday 26 November 2019

पपीता स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

                    

पपीता स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभकारी है। यह पाचन तंत्र को मजबूत तो बनाता ही है साथ ही में मोटापे को भी कम करता है। पपीते में कैलोरी की मात्रा भी कम होती है। आप पपीता को जूस के तौर पर भी ले सकते हैं। थाई एवं मलेशियन खाने में पपीते का काफी इस्तेमाल होता है। इसकी कई तरह की डिश बनती हैं। प्राचीन काल से घरेलू उपचार के तौर पर भी पपीते का इस्तेमाल होता है।

त्वचा के साथ ही पपीता आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। हर रोज पपीता खाने से आपको कई तरह की बीमारियां नहीं होती हैं। पपीते की चटनी भी बनती है। वैसे तो पपीते को बिना पकाए ही खाना ज्यादा लाभकारी होता है। लेकिन कई लोग कच्चे पपीते की सब्जी भी बड़े चाव से खाते हैं।पपीता सिर्फ मोटापा ही नहीं घटाता बल्कि आपकी आंखों के लिए भी लाभकारी होता है। अगर आपको कब्ज है तो रोज पपीता खाएं इससे पेट साफ होगा।

अमेरिका के कृषि विभाग का डाटा बताता है कि 100 ग्राम पपीते में 43 ग्राम कैलोरी होती है। पपीता खाने से शरीर में पानी की कमी भी नहीं होती है। 100 ग्राम पपीते में 0.47 ग्राम प्रोटीन की मात्रा होती है। अगर फाइबर की बात करें तो 100 ग्राम पपीते में 1.7 ग्राम फाइबर होता है। 100 ग्राम पपीते में 10.82 ग्राम कार्बोहाइड्रेड और 7.8 ग्राम शुगर की मात्रा होती है। ऐसे में जो लोग अपने मोटापे को कम करना चाहते हैं वह प्रतिदिन डाइट में पपीते का सेवन कर सकते हैं।

पपीते में कैल्शियम, पौटेशियम और मैग्नेशियम की मात्रा भी होती है। 100 ग्राम पपीते में 20 ग्राम कैल्शियम एवं 21 ग्राम मैग्नेशियम होता है।जबकि 182 ग्राम पौटेशियम होता है। इसकी वजह से पपीता पाचन प्रक्रिया के लिए फायदेमंद होता है। पपीते में कोलेस्ट्रोल की मात्रा जरा-सी भी नहीं होती है। इसकी वजह से यह हृदय के लिए भी बेहद लाभकारी होता है। पपीते में मौजूद फाइबर आपके खाने को पचाता है और कब्ज की शिकायत दूर करता है। पपीता का इस्तेमाल सौंदर्य प्रसाधन के लिए भी किया जाता है। इसका फेस पैक बनाकर चेहरे पर लगाया जाता है। इससे त्वचा निखरती है और कोमलता बरकरार रहती है। पपीते में विटामिन ए, सी और के की मात्रा होती है जो संक्रमण से बचाती है।

पपीते के पत्तों का जूस पीने से- डेंगू और चिकनगुनिया के रोगियों को इसका जूस पीने की सलाह दी जाती है. लेकिन अगर आप ताउम्र स्वस्थ रहना चाहते हैं तो इसे अपनी डाइट में शामिल किया जा सकता है.

1. कैंसर सेल्स का बढ़ने से रोके - पपीते के पत्तों में कैंसररोधी गुण होते हैं जो कि इम्‍यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं और सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्‍ट कैंसर जैसे कैंसर के सेल्स को बनने से रोकते हैं.

2. इंफेक्शन से बचाए- शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ ही पपीते के पत्तों का जूस शरीर में बैक्‍टीरिया की ग्रोथ रोकने में भी सहायक है. यह खून में वाइट ब्‍लड सेल्‍स और प्‍लेटलेट्स को बढ़ाने में भी मदद करता है.

3. डेंगू की रामबाण दवा- डेंगू और मलेरिया से लड़ने में पपीते की पत्‍तियों का जूस काफी लाभकारी रहता है. यह बुखार की वजह से गिरती प्लेटलेट्स को बढ़ाने और शरीर में कमजोरी को बढ़ने से रोकता है.

4. पीरियड्स के दर्द को करे दूर- पीरियड्स में होने वाला दर्द बहुत जानलेवा होता है और ऐसे में अगर पपीते की पत्‍ती को इमली, नमक और 1 ग्लास पानी के साथ मिलाकर काढ़ा बनाया जाए और इसे ठंडा करके पिया जाए तो काफी आराम मिलता है.

5. खून की कमी में लाभदायक- पपीते का रस की औषधि से कम नहीं है. अगर आपकी ब्‍लड प्‍लेटलेट्स कम हो रही हैं तो इसे पीने से ब्‍लड प्‍लेटलेट्स बढ़ जाती हैं. बस रोजाना इस जूस को दो चम्‍मच लगभग तीन महीने तक पिएं.

6 कोलेस्ट्रॉल कम करन में सहायक - पपीते में उच्च मात्रा में फाइबर मौजूद होता है. साथ ही ये विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होता है. अपने इन्हीं गुणों के चलते ये कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में काफी असरदार है.

7. वजन घटाने में - एक मध्यम आकार के पपीते में 120 कैलोरी होती है. ऐसे में अगर आप वजन घटाने की बात सोच रहे हैं तो अपनी डाइट में पपीते को जरूर शामिल करें. इसमें मौजूद फाइबर्स वजन घटाने में मददगार होते हैं .

8 . रोग प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाने में- रोग प्रतिरक्षा क्षमता अच्छी हो तो बीमारियां दूर रहती हैं. पपीता आपके शरीर के लिए आवश्यक विटामिन सी की मांग को पूरा करता है. ऐसे में अगर आप हर रोज कुछ मात्रा में पपीता खाते हैं तो आपके बीमार होने की आशंका कम हो जाएगी.

9 . आंखों की रोशनी बढ़ाने में- पपीते में विटामिन सी तो भरपूर होता ही है साथ ही विटामिन ए भी पर्याप्त मात्रा में होता है. विटामिन ए आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ ही बढ़ती उम्र से जुड़ी कई समस्याओं के समाधान में भी कारगर है.

10 पाचन तंत्र को सक्रिय रखने में- पपीते के सेवन से पाचन तंत्र भी सक्रिय रहता है. पपीते में कई पाचक एंजाइम्स होते हैं. साथ ही इसमें कई डाइट्री फाइबर्स भी होते हैं जिसकी वजह से पाचन क्रिया सही रहती है.

पपीता खाने का सही समय - हर फल में अपने अलग अलग औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो उसे बाकि फलों के मुकाबले सबसे ख़ास बनाते हैं ठीक इसी प्रकार से कुछ फलों को खाने का समय भी निश्चित किया गया है. क्यूंकि बे-वक़्त खाया गया फल भी मनुष्य की सेहत पर भारी पड़ सकता है. कुछ फलों को शाम के छह बजे के बाद खाना ज़हर खाने के समान्य होता है क्यूंकि यह फल शाम में खाने से हमारी पाचन प्रक्रिया पर गहरा असर करते हैं. इसलिए सूबह के समय फलों का सेवन सबसे उत्तम माना जाता है.  यदि आप भी पपीता खाने के शौक़ीन हैं तो इसको नाश्ते में जरुर खाएं. क्यूंकि पपीता हमारे पेट के लिए एक सहिष्णु है इसलिए अगर इसको नाश्ते में खाया जाए तो ये ना केवल आपको तारो ताज़ा रखता है बल्कि आपके पाचन तंत्र को भी कंट्रोल में रखता है. पपीता खाने के सही समय की बात की जाए तो सुबह 5 बजे से सुबह 9 बजे तक का समय पपीते के सेवन के लिए सबसे उपयोगी है

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